1 | जमाबन्दी का सेग्रिगेशन |
2 | मार्डन रिकार्ड रूम |
3 | कैडस्ट्रल मैप का डिजिटाईजेशन |
1. तहसीलो के मध्य कनेक्टिविटी:- एनएलआरएमपी के तहत प्रथम चरण के 11 जिलो की 118 तहसीलों में से 84 तहसीलों में भारत संचार निगम लिमिटेड के माध्यम से 31.12.2016 तक के लिए कनेक्टिविटी करवा दी गई है. 4 जिलों (बांसवाडा, चुरू, जयपुर व झालावड) की शेष 17 तहसीलों हेतु मण्डल के पञांक 785-88 दिनांक 06.06.2016 द्वारा वैकल्पिक तौर पर बी,एस.एन,एल, से ब्रॉडबैण्ड कनेक्शन कराने हेतु लिखा गया है. 2. मार्डन रिकार्ड रूम :- एनएलआरएमपी के तहत राज्य के सभी 33 जिलो को 3 चरणों में विभाजित कर सभी 314 तहसीलों में माडॅर्न रिकार्ड रूम का कार्य करवाने हेतु बिड आमंञित कर फर्म का चयन किया जा चुका है, प्रथम चरण 11 जिलों की 118 तहसीलों में से पूर्व के 4 जिलों (टोंक, भीलवाडा, जोधपुर, बाडमेर) की 35 तहसीलों में जिला कलक्टर के माध्यम से मॉडर्न रिकार्ड रूम का आंशिक कार्य करवाया गया, जिसको पूर्ण करने हेतु फर्म द्वारा दिए गए एस्टिमेट के अनुसार बजट उपलब्ध करवाने हेतु राज्य सरकार को लिखा जा चुका है, शेष 7 जिलो (चुरू, बांसवाडा, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ, जयपुर, राजसमन्द व झालावाड) की 82 तहसीलों (बासंवाडा की 8, चुरू की 4, श्रीगंगानगर की 7, हनुमानगढ की7, जयपूर की 8, राजसमन्द की 8 व जोधपुर की नवसृजित 2 तहसील) हेतु मण्डल से कार्यादेश जारी किया जा चुका हे, दितीय एवं तृतीय चरण के जिलों में मॉडर्न रिकार्ड रूम कार्य हेतु प्रशासनिक एवं वित्तयी स्वीकृति प्राप्त होना शेष है. 3. डिजीटाइजेशन ऑफ केडस्ट्रल मैप :- एल,आर,सी, योजना में निक्सी, नई दिल्ली के माध्यम से पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में टोंक जिले के खसरा नक्शों के डिजिटाईजेशन का कार्य करवा गया है, एनएलआरएमपी के तहत भीलवाडा व झालावाड जिलों में खसरा नक्शों के डिजिटाईजेशन का कार्य करवाने हेतु वापकोस लि. को कार्यादेश जारी किया जा चुका है, तथा फर्म द्वारा कार्य प्रारम्भ किया जा चुका है, शेष 30 जिलों हेतु मण्डल द्वारा बिड आमंञित की जा कर फर्मो का चयन कर, क्लस्टर वाईज दिनांक 25.02.2016 को कार्यादेश जारी किया जा कर कार्य प्रारम्भ करवाया जा चुका है. |